शनिवार, 22 मार्च 2014

"हर हर मोदी" का अर्थ

जिन्हे "हर हर मोदी" से आपत्ति है और धर्म शास्त्रों का हवाला दे कर मोदी जी और भाजपा को नीचा दिखने का प्रयास कर रहे हैं वे धर्म शास्त्र जानते ही नहीं। पहली बात यह कि "हर हर मोदी" कोई धार्मिक नारा नहीं अपितु इसका एक ही स्पष्ट अर्थ है कि हर एक व्यक्ति मोदीमय है। फिर भी यदि मान लिया जाए कि यह कोई धार्मिक नारा है जैसा कि सिकुलरवादी आरोप लगाने का प्रयास कर रहे हैं वे जान लें कि कण कण में जन जन में भगवान् हैं - "सर्वं खल्विदम् ब्रह्म"(सभी कुछ ब्रह्म ही है) एवं "तत्त्वं असि"(तुम भी वही हो)। और अंत में एक व्यवहारिक सनातन सत्य - ईश्वर का सदा मनुष्य या अन्य जीव रूप में अवतार होता है, कभी भी ईश्वर स्वयं धरती पर अपने मूल स्वरुप में प्रकट नहीं होता। डॉ अखिलेश मिश्र २२/०३/२०१४

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